Thursday, January 1, 2015

नव वर्ष

नव वर्ष की पूर्व संध्या २०१४-१५

वही दिन वही रात
फिर भी नया दिन नयी रात
नया कुछ कुछ
नयी आशाएँ
नयी आकांक्षाएँ
नयी उम्मीदें, नयी अपेक्षाएँ
कल जो नया था अब पुराना है
अब जो नया है
कल पुराना होगा
बस यही चक्र
आगे पीछे और फिर आगे
चलो जगाये रखें
इस अलाव को और बिदाई दें
२०१४ को
सुस्वागतम् २०१५ ।

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