वो मधुर संगीत जब सुनाई दिया तो
मैं भागा भागा पहुंचा
देखा तो पाया वो संगीत आंखों
के लिए था
कानों के लिए नहीं
पर वही सुकून
वही शीतलता
दिल्ली की झुलसती गर्मी में
प्रकृति मानो लाल आंचल फैलाए
ठंडकता फैला रही थी।
प्रदीप/जून १०, २०२१
आषाढ़ की दहलीज़ पर
फोटो: छत पर आज।
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