Monday, March 9, 2015

स्त्री


स्त्री तुम क्या नहीं हो
तुम जीवन हो
तुम जीवनदात्री हो
तुम आकाश
तुम धरा
तुम समुद्र 
तुम समाज
तुम शिक्षा 
तुम परम्परा हो
तुम माता
तुम सहचारिणी
तुम पुत्री
तुम सखा 
तुम शिक्षक 
तुम ही तो हो जिसमें
मैं समाया हूँ
जिससे मैं मैं हूँ 
हे देवी , हे नारी 
तुझे शतशत प्रणाम।

प्रदीप
International Women's Day '2015

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