Sunday, March 19, 2023

सूर्यास्त


 एक और सूरज अस्त हुआ

एक और शाम आई

शाम हुई फिर रात हुई

फिर सुबह, फिर दिन गुजरा

बस जिंदगी यूं ही गुजरती रही

अक्सर सूरज को डूबते देख

लोग तन्हा हो जाते हैं

पर मुझे यूं महसूस होता है

मानो या जानो कुछ पा लिया हो

कुछ अधूरा सा 

कुछ पूरा सा

एक अहसास।

आज फिर एक सूरज डूबा।


मार्च ०९,२०२३

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